अब घड़ी की प्रत्येक टिक-टिक नश्तर बन कर मेरे दग्ध हृदय को चीरती हुई महसूस हो रही थी। अब घड़ी की प्रत्येक टिक-टिक नश्तर बन कर मेरे दग्ध हृदय को चीरती हुई महसूस हो रही ...