मजबूत मन से उसने गाँव पैदल जाने का इरादा छोङ दिया और दाल चावल चढाने के जुगाङ में लग गयी मजबूत मन से उसने गाँव पैदल जाने का इरादा छोङ दिया और दाल चावल चढाने के जुगाङ में...
प्रेम जब बिछड़ जाए जीवन से ,तब याद बन कर जीवन भर याद रहता हैं और एक कसक रहती है हमेशा ज़िन्दगी में प्रेम जब बिछड़ जाए जीवन से ,तब याद बन कर जीवन भर याद रहता हैं और एक कसक रहती है ह...
स्नेहा और जय की शादी हो गई और जय घर जमाई बनकर साथ रहने लगा। स्नेहा और जय की शादी हो गई और जय घर जमाई बनकर साथ रहने लगा।