"क्या अम्मा जी, वैसे ही पता नहीं कौनसे कर्म काट रही हूँ, जानते बूझते नये कर्म अपने सर ना लूँगी... चल... "क्या अम्मा जी, वैसे ही पता नहीं कौनसे कर्म काट रही हूँ, जानते बूझते नये कर्म अप...