ज़स्बात ए हौसला तेरा बुलंद है। माँ तिरंगे की तुझे सौगंध है। ज़स्बात ए हौसला तेरा बुलंद है। माँ तिरंगे की तुझे सौगंध है।
मैं आज भी चाह रहा था कि चिल्लाकर बोल दूं कि तुम्हारी आँखों का इज़हार में पढ़ सकता हूँ मैं आज भी चाह रहा था कि चिल्लाकर बोल दूं कि तुम्हारी आँखों का इज़हार में पढ़ सकता ...
जज्बात,, जिसे शुद्ध हिन्दी में हम भावनाएँ कहते हैं। जज्बात,, जिसे शुद्ध हिन्दी में हम भावनाएँ कहते हैं।