वे कागज भी अनमोल हैं, जिनमें समाज और देश के संस्कार बदलने की ताकत हैं…? वे कागज भी अनमोल हैं, जिनमें समाज और देश के संस्कार बदलने की ताकत हैं…?
लेकिन समझाने पर सहर्ष स्वीकार किया। लेकिन समझाने पर सहर्ष स्वीकार किया।