समाज कितना भी आधुनिक हो जाये। मरनी में पूजा-पाठ नहीं होता तो शादी-ब्याह... तौबा-तौबा... समाज कितना भी आधुनिक हो जाये। मरनी में पूजा-पाठ नहीं होता तो शादी-ब्याह... तौबा-...
कहते थे वोह युग आएगा, जब पानी भी बिकेगा सोचा न था, यहाँ हवा के भी भाव लगेंगे। कहते थे वोह युग आएगा, जब पानी भी बिकेगा सोचा न था, यहाँ हवा के भी भाव लगेंगे।