गिरते-गिरते मैंने तुम्हारे चेहरे की वह कुटिल मुस्कान देख ली थी... गिरते-गिरते मैंने तुम्हारे चेहरे की वह कुटिल मुस्कान देख ली थी...
ताकि दोनों में पूर्ववत प्रेम का बसेरा हो जाए और वे पुनः अपने को उत्कृष्ट प्रेमी मानने ल ताकि दोनों में पूर्ववत प्रेम का बसेरा हो जाए और वे पुनः अपने को उत्कृष्ट प्रेमी ...