कुंठा, उदासीनता और अनैतिकता की नहीं ! हमारे शब्दों में पुरुष यानी प्रेम ! कुंठा, उदासीनता और अनैतिकता की नहीं ! हमारे शब्दों में पुरुष यानी प्रेम !
अपने बनाये मापदंड पर जीने वाले पूरी ज़िन्दगी संघर्ष करते हैं,उन्हें अपने भी कहाँ समझ पाते हैं हैं ? अपने बनाये मापदंड पर जीने वाले पूरी ज़िन्दगी संघर्ष करते हैं,उन्हें अपने भी कहा...
घर में आज हाहाकार मच गया जब निधि ने आए हुए रिश्ते को ठुकरा दिया। घर में आज हाहाकार मच गया जब निधि ने आए हुए रिश्ते को ठुकरा दिया।