कुंठा, उदासीनता और अनैतिकता की नहीं ! हमारे शब्दों में पुरुष यानी प्रेम ! कुंठा, उदासीनता और अनैतिकता की नहीं ! हमारे शब्दों में पुरुष यानी प्रेम !