त्यौहार में अपूर्णता क्यों है, यह किसी की समझ में नहीं आ रहा था त्यौहार में अपूर्णता क्यों है, यह किसी की समझ में नहीं आ रहा था
किसने हक दिया तुम्हें मेरी ग़लतियाँ गिनाने का किसने हक दिया तुम्हें मेरी ग़लतियाँ गिनाने का
देखो अतुल अगर शारीरिक सुख ही सब कुछ होता तो तलाक नहीं होते । देखो अतुल अगर शारीरिक सुख ही सब कुछ होता तो तलाक नहीं होते ।