शादी के अटूट बन्धन में बंध गए उनके प्यार को मंज़िल मिल चुकी थी। शादी के अटूट बन्धन में बंध गए उनके प्यार को मंज़िल मिल चुकी थी।
"कोई बात नहीं, हमें स्वीकार है आपकी बेटी"। "कोई बात नहीं, हमें स्वीकार है आपकी बेटी"।