कब कौनसी वस्तु कितनी खुशी दे जाए, ये तो परिस्थियाँ तय करती है या व्यक्ति की सोच। कब कौनसी वस्तु कितनी खुशी दे जाए, ये तो परिस्थियाँ तय करती है या व्यक्ति की सोच।