अब इंसान खामोश रहते हैं और दीवारें बोलती हैं... अब इंसान खामोश रहते हैं और दीवारें बोलती हैं...
कहने लगा सारे घर का काम याद रहता है तुझे बस मेरा ही नहीं. कहने लगा सारे घर का काम याद रहता है तुझे बस मेरा ही नहीं.