पहला आविष्कार
पहला आविष्कार
आइजक एक किसान का पुत्र था. 3 वर्ष की आयु में उसके पिता का निधन हो गया| इस कारण वह 12 साल तक स्कूल न जा सका।
जब वह स्कूल गया तो शरीर से कमजोर होने के कारण लड़के उसे परेशान करने लगे। तब उसने निर्णय लिया कि वह लड़ाई में लड़कों को हरा नहीं सकता, इसलिए उन्हें पढ़ाई में हरायेगा।
वह जम कर मेहनत करता रहा। बहुत जल्दी वह पढ़ाई में होशियार हो गया। इस तरह वह पढ़ाई के क्षेत्र में ख्याति प्राप्त करता रहा।
एक दिन वह बाग में घूम रहा था साथ में उसका एक साथी भी था।
तब एक आम को गिरते देख कर आइजक न्यूटन ने कहा, "आम अच्छे पके हुए हैं?"
"हाँ तभी डाल से गिर रहे हैं।" आइजक के मित्र ने एक ओर गिरते हुए आम की ओर इशारा कर दिया।
अचानक आइजक न्यूटन के दिमाग में आया कि आम टूट कर धरती पर ही क्यों गिरते हैं। तब उसने अन्य आमों को देखा। फिर जमीन से पत्थर उठा कर आम पर दे मारा।
पत्थर आम को लगा। आम और पत्थर धरती
पर गिरे।
यह देख कर आइजक ने कहा, "पृथ्वी पर में कोई न कोई आकर्षण है तभी हर चीज धरती की ओर खिंची चली आती है।"
"हाँ।" मित्र ने कहा।
बस, यही था सर आइजक न्यूटन का पहला आविष्कार जिसमें उन्होंने बताया था कि "पृथ्वी में एक आकर्षण शक्ति होती है जिससे सभी वस्तुएं उसकी ओर खिंची चली आती है।"
न्यूटन ने इस पर कई प्रयोग किए। बाद में उसने बताया कि धरती, चांद, सितारे, सूर्य, नक्षत्र आदि में भी यही शक्ति विद्यमान है। जिसके कारण सभी चीजें अपने अपने स्थान पर स्थिर रहते हुए भी गति करती है।
यही कारण है कि पृथ्वी सूर्य के चारों ओर निश्चित कक्ष में चक्कर लगाती रहती है। साथ ही अपने अक्ष पर भी घूमती है। यदि यह शक्ति न हो तो सब ग्रह, उपग्रह आपस में टकरा कर नष्ट हो जाए।
यह बात बताने वाले न्यूटन ने अपनी सूझबूझ और दूरदर्शिता से कई आविष्कार किए। मगर उन का यह पहला आविष्कार बड़ा ही सीधा, सरल और सच्चा साबित हुआ।
