दोस्ती ने नीरज को ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्त लेखकों की श्रेणी में खड़ा कर दिया था। दोस्ती ने नीरज को ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्त लेखकों की श्रेणी में खड़ा कर दिया था।
मानव होने का अर्थ ही है कि मानव की तकलीफ को समझे। मानव होने का अर्थ ही है कि मानव की तकलीफ को समझे।