इस नाटक का अंत दुखद है,इसमें मशीन अपने बनाने वालों की हत्या कर देती है। इस नाटक का अंत दुखद है,इसमें मशीन अपने बनाने वालों की हत्या कर देती है।
दो मुखौटे पहन लिए मैंने चेहरे के दोनों तरफ। दो मुखौटे पहन लिए मैंने चेहरे के दोनों तरफ।