बिना श्रृंगार स्त्री अधूरी है सच हि तो कहते हैं। यही बड़बड़ाते हुए मैं चाय बनाने लगी। बिना श्रृंगार स्त्री अधूरी है सच हि तो कहते हैं। यही बड़बड़ाते हुए मैं चाय बनाने ल...