एक बार एक बगुला था। वह रोज प्रातः उठते ही एक बार जाट की ज्वार में घुस जाता और देर शाम तक ज्वार खाता।... एक बार एक बगुला था। वह रोज प्रातः उठते ही एक बार जाट की ज्वार में घुस जाता और दे...