दूसरे दिन मन ने क्या सपना देखा कि नेता देश के बारे में भी सोचने लगे हैं । दूसरे दिन मन ने क्या सपना देखा कि नेता देश के बारे में भी सोचने लगे हैं ।
काश कि लौट आए वो ग्रामोफोन का ज़माना वो प्यारे भोले भाले लोग और उनका आशिकाना! काश कि लौट आए वो ग्रामोफोन का ज़माना वो प्यारे भोले भाले लोग और उनका आशिकाना!