“
सुनो
ओह हो इश्क़ है,किससे कब से,क्यों है,कैसे हुआ,टिकेगा?
इन सारे सवालों से बेहतर है मेरा मौन,चलो जाओ ख़बर हम तुमको भी न होने देंगे,तुमसे गले मिलेंगे दोस्तों की तरह,ज़ोर से थपकी भी लगाया करंगे,आँखों से लेंगे हर पल बोसे, तुम्हारी खुशबू हवाओं से
#तस्लीम
”