सिखलायेगा वह ऋतु,एक ही अनल है, ज़िन्दगी नहीं वह जहाँ नई हलचल है। सिखलायेगा वह ऋतु,एक ही अनल है, ज़िन्दगी नहीं वह जहाँ नई हलचल है।