सम्यक जीवन की है राह निराली बुरा न देखो, न सुनो, न कहो सहेली सम्यक जीवन की है राह निराली बुरा न देखो, न सुनो, न कहो सहेली
तभी तुम प्रेम का सम्यक अर्थ समझ पाओगे... तभी तुम प्रेम का सम्यक अर्थ समझ पाओगे...