मैं जीवन पथ की अविरल धारा कंटक वन में मैं निर्झर सा सूखा मन, तुम बरसे मन में ... मैं जीवन पथ की अविरल धारा कंटक वन में मैं निर्झर सा सूखा मन, तुम बरसे मन में ...