प्राणों से भी प्रिय रहे, जल जीवन आधार बूंद बूंद रक्षित करो इन्हें बचाओ यार। प्राणों से भी प्रिय रहे, जल जीवन आधार बूंद बूंद रक्षित करो इन्हें बचाओ यार।
दान का स्वरूप बहुआयामी है ऐसा ही एक स्वरूप श्रमदान है. दान का स्वरूप बहुआयामी है ऐसा ही एक स्वरूप श्रमदान है.