तुम जो बे-वजह सुनाते हो मेरी जान मुझे ख़ूब है नेक है बेहतर है भला है क्या है तुम जो बे-वजह सुनाते हो मेरी जान मुझे ख़ूब है नेक है बेहतर है भला है क्या है