तेरे इश्क़ में दिल कर बैठा है नादानियाँ बिखरी मेरे गुलशन में ये कैसी वीरानियाँ। तेरे इश्क़ में दिल कर बैठा है नादानियाँ बिखरी मेरे गुलशन में ये कैसी वीरानियाँ...