पृथ्वी सबको अन्न-जल दे, भार भी वहन करे, पर पृथ्वी कभी ना इस चीज का घमंड करे। पृथ्वी सबको अन्न-जल दे, भार भी वहन करे, पर पृथ्वी कभी ना इस चीज का घमंड करे।