ग़लतफ़हमियों के बोझ तले अपने क़द से कई अधिक बौनी हो जाती हैं। बेहतर है कि बातों को ख़ामोशी के लिफ़ाफ़े... ग़लतफ़हमियों के बोझ तले अपने क़द से कई अधिक बौनी हो जाती हैं। बेहतर है कि बातों ...