पहला कदम डालो और उसके बाद दूसरा मंजिल मिल ही जायेगी बदल जायेगा नजारा। बूंद बूंद पहला कदम डालो और उसके बाद दूसरा मंजिल मिल ही जायेगी बदल जायेगा नजारा। ...
मनमे अपने फिर नही छुएगा मनमे अपने फिर नही छुएगा
पंछी निराले रंगीले, उड़ चले हवा में पंख फैलाकर। पंछी निराले रंगीले, उड़ चले हवा में पंख फैलाकर।
करो परिश्रम, चाहे मिले पराजेय या सफलता! करो परिश्रम, चाहे मिले पराजेय या सफलता!