झुके न ध्वज तेरा कभी, ऊँचा लहराऊंगा, सांस टूटे जो, तिरंगे में लिपट मैं आऊंगा। झुके न ध्वज तेरा कभी, ऊँचा लहराऊंगा, सांस टूटे जो, तिरंगे में लिपट मैं आऊंगा।