शबाब-ए-लाला-ओ-गुल को पुकारनेवालों ख़िज़ाँ-सिरिश्त बहार आ गई तो क्या होगा शबाब-ए-लाला-ओ-गुल को पुकारनेवालों ख़िज़ाँ-सिरिश्त बहार आ गई तो क्या होगा