दिल मे जज़्बात की परछाइयों की बस्ती है, सुर्ख होठों पर मचलते हुये मौसम की तरह। एक छू दिल मे जज़्बात की परछाइयों की बस्ती है, सुर्ख होठों पर मचलते हुये मौसम की तरह...