संकट की घडी में हम सब धर्म, जाति, पंथ, संप्रदाय भूलकर साथ आते है... उस वकित कोई भेदभाव नहीं रहता... ... संकट की घडी में हम सब धर्म, जाति, पंथ, संप्रदाय भूलकर साथ आते है... उस वकित कोई ...