मेरे इन्हीं हाथों से लड़ी की लड़ी, इमारतें बनी खड़ी हैं। मगर विडम्बना यह है कि, मेरे पीछे पुश्... मेरे इन्हीं हाथों से लड़ी की लड़ी, इमारतें बनी खड़ी हैं। मगर विडम्बना यह है क...