'आज फिर बेफ़िक्री का जाम छलकाना है, आज भी बेपरवाह साकी की तलाश बाकी है।' जीवन की उदासी को बयाँ करती ... 'आज फिर बेफ़िक्री का जाम छलकाना है, आज भी बेपरवाह साकी की तलाश बाकी है।' जीवन की...