मेरे लफ्ज़ो में अब शायद बो बात ना रही मेरी गजलों की किस्मत में बज्म ना रही! मेरे लफ्ज़ो में अब शायद बो बात ना रही मेरी गजलों की किस्मत में बज्म ना रही!