फक्र तब कर। .. भरत सी विद्या तूने पायी हो। रघु जैसे कर्म हो तेरे, दिलीप जैसी कीर्ति छायी हो। दंभ... फक्र तब कर। .. भरत सी विद्या तूने पायी हो। रघु जैसे कर्म हो तेरे, दिलीप जैसी ...
सामाजिक सुधारों के पितामह कहाये राजा राममोहन राय। सामाजिक सुधारों के पितामह कहाये राजा राममोहन राय।