सूरज जगता है तो सब जग जगता है... रश्मिरथी की किरणों से ही सबकुछ काज शुरु होता है... सूरज जगता है तो सब जग जगता है... रश्मिरथी की किरणों से ही सबकुछ काज शुरु होता है...