नफरत भी बेहद है.. फिर भी जिए जा रहा हूँ.....................!! नफरत भी बेहद है.. फिर भी जिए जा रहा हूँ.....................!!
दुनिया की रीत भी कैसी है ना, अपनी घर में बेटियां पराई धन कहलाती है। दुनिया की रीत भी कैसी है ना, अपनी घर में बेटियां पराई धन कहलाती है।