रोशनी से भरो आज यूँ साजना आज छू लो कि आती हमें लाज ना आरजू आज भी रोज होती जवाँ- प्या रोशनी से भरो आज यूँ साजना आज छू लो कि आती हमें लाज ना आरजू आज भी रोज होती ...