खामोश पड़ी गज़ल को दर्द की तान पर दोहराना चाहती है, पर एक भी सुर ज़िंदगी के तानपूरे से खामोश पड़ी गज़ल को दर्द की तान पर दोहराना चाहती है, पर एक भी सुर ज़िंदगी के त...