गले में टांग रखी है पते की एक तख़्ती... बे-ख़बरी इतनी, रहता कहाँ है पता नहीं ! गले में टांग रखी है पते की एक तख़्ती... बे-ख़बरी इतनी, रहता कहाँ है पता नहीं !