असल जिंदगी में हँसना भूल गए हैं लोग। असल जिंदगी में हँसना भूल गए हैं लोग।
कभी देखा है, उजले धूप से ख़्वाब को? कभी देखा है, उजले धूप से ख़्वाब को?