रोज़ ख़ुद को बेच, बेगानी ख़ुशी तलाशता, हो कर दुःखी, घर लौट आता हूँ मैं। रोज़ ख़ुद को बेच, बेगानी ख़ुशी तलाशता, हो कर दुःखी, घर लौट आता हूँ मैं।