क़र्ज़ के भारी पर्वत तले दबी सहमी-सहमी-सी खोखली ज़िन्दगी । क़र्ज़ के भारी पर्वत तले दबी सहमी-सहमी-सी खोखली ज़िन्दगी ।
होते हैं जाबाज़ ये मोहब्बत करने वाले यह खतरा भी ज़रा उठा कर देखो। होते हैं जाबाज़ ये मोहब्बत करने वाले यह खतरा भी ज़रा उठा कर देखो।