छोड़ करके वेदना के स्वर नव प्राण का सृजन कर, ग्रस रहा आत्म दीपक को अंधकार तू इसका दमन कर। छोड़ करके वेदना के स्वर नव प्राण का सृजन कर, ग्रस रहा आत्म दीपक को अंधकार तू ...