आॅंखोंमें है काँच के सपने टुकड़े होकर, लगे चुभने उनके इश्क में सिर्फ सजा मिले और क्या हम करे शिकव... आॅंखोंमें है काँच के सपने टुकड़े होकर, लगे चुभने उनके इश्क में सिर्फ सजा मिले ...