पुत्र की चाहत में तुम अपमान निज करती हो क्यों? धारिणी जागो! समझ लो, भेड़ियों की चाल माँ! पुत्र की चाहत में तुम अपमान निज करती हो क्यों? धारिणी जागो! समझ लो, भेड़ियों क...
नारियों का मान मर्दन, कर रहे जो का-पुरुष न्याय पृष्ठों पर उन्हें, ज़िंदा नहीं मुर्दा लिखें। नारियों का मान मर्दन, कर रहे जो का-पुरुष न्याय पृष्ठों पर उन्हें, ज़िंदा नहीं ...