STORYMIRROR

anuradha nazeer

Others

3  

anuradha nazeer

Others

वसंत ऋतु का आगमन

वसंत ऋतु का आगमन

2 mins
395

वसंत ऋतु का आगमन

सब जगह खुशहाली छा जाती है।

वसंत ऋतु के आगमन पर सब लोग 

वसंत पंचमी त्यौहार के

ख़ुशियाँ मनाते हैं। 

वसंत के आने पर सर्दियों का अंत होता है 

और सब जगह खुशहाली छा जाती है।

बसंत के आगमन पर किसान नई फसलों के 

पकने का इंतजार करने लगते हैं। 

सरसों के पीले-पीले फूल खिल-खिला

कर ख़ुशी व्यक्त करते हैं। 


मौसम में फूल खिलते है

पेड़ों पर नए पत्ते आते हैं,

आसमान पर बादल छाए रहते हैं, 


प्रकृति आनंद के साथ घोषणा करती है।

वसंत आ गया है: 

अब यह उठने का समय है।

इस मौसम की सुन्दरता और चारों

ओर की ख़ुशियाँ, 

मस्तिष्क को कलात्मक बनाती है।

आत्मविश्वास के साथ नए कार्य शुरु

करने के लिए शरीर को ऊर्जा देती है।


किसानों के लिए बहुत महत्वपूर्ण

मौसम होता है, 

क्योंकि उनकी फसलें खेतों में पकने

लगती हैं 

और यह समय उन्हें काटने का होता है।

सिट्टे भी ऐसे लगते हैं 

जैसे सिर उठाकर ऋतुराज का

स्वागत कर रहे हों। 


सरोवरों में कमल के फूल खिल कर 

इस तरह पानी को छिपा लेते हैं 

जैसे मनुष्यों को संकेत देते हैं की 


अपने सारे दुखों को समेट कर खुल के

जिंदगी का आनंद ले।

आसमान में पक्षी किलकारियाँ

मारकर बसंत का स्वागत करते हैं

सब जगह खुशहाली छा जाती है।

वसंत ऋतु के आगमन पर सब लोग 

वसंत पंचमी त्यौहार के

ख़ुशियाँ मनाते हैं। 


वसंत के आने पर सर्दियों का अंत होता है 

और सब जगह खुशहाली छा जाती है।

बसंत के आगमन पर किसान नई फसलें के 

पकने का इंतजार करने लगते हैं। 

सरसों के पीले-पीले फूल खिल-खिला

कर ख़ुशी व्यक्त करते हैं। 



Rate this content
Log in