थैंक यू टीचर्स
थैंक यू टीचर्स
दुनिया मे बहुत कम लोग होते हैं जो हमे जानते हैं समझते हैं खुद में बिश्वास करना सिखाते हैं वो होते हैं हमारे गुरु, मार्गदर्शक, दोस्त और शिक्षक। मुझे समय समय पर सभी गुरुओं का मार्गदर्शन मिला। सिर्फ धन्यवाद कहना ही काफी नही हैं उन गुरुओ के लिए जिन्होंने मेरे जीवन को तराशा मुझे ज़मीन से आसमान में उड़ना सीखाया और तुम सब कर सकते हों यह हौसला भी मुझमे जगाया। आसान नही थी मेरी राह यह कॉलेज का दौर था जब हम सब कोशिश कर रहे थे कॉलेज को समझने की टीचर्स को और एक दुसरो को पहले तो टीचर्स को लेकर मन मे था डर अपार फिर ना जाने वो डर कहाँ खो गया और मैंने अपने टीचर्स मैं एक अच्छा दोस्त पा लिया। कॉलेज से अब तक बहुत से गुरु मिले जिन्होंने समय समय पर मुझे गाइड किया और अब तक करते हैं। बस इतना ही कहना चाहूंगी
यह तन विष की बेल री, गुरु अमृत की खान,
शीश दिए जो गुरु मिले तो भी सस्ता जान ।